कहानी संग्रह का लोकार्पण
हिंदी भवन सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में कवि- कथाकार विवेक मिश्र की कृति “हनियां तथा अन्य कहानियां” का लोकार्पण वरिष्ठ कथाकार हिमांशु जोशी और दिल्ली विधान सभा उपाध्यक्ष अमरीश सिंह गौतम ने 21मार्च को किया।
विवेक मिश्र के रचनाकर्म और कहानियों पर बोलते हुए कहा कि लेखक के रूप में प्रस्तुत कहानियां साहित्य का हिस्सा तो हैं ही, इन कहानियों में जीवन दर्शन भी समाहित है। डाँ हरीश नवल ने विवेक की कहानियों के अंत को पाठकों के लिये चिंतन बिंदु देने वाला बताया। डाँ अरुण प्रकाश ढौंढियाल ने विवेक की कहानियों में परंपरा, आंचलिकता के साथ शहरी जीवन की विषमताओं को अभिव्यक्त करने वाला कहा। विवेक गौतम ने मिश्र की रचना यात्रा के पड़ावों के साथ उनके संघर्ष के विभिन्न बिंदुओं को रेखांकित किया। चित्रकार वी एस राही, पूर्व निदेशक ज्ञानपीठ दिनेश मिश्र, हिन्दी विद आर के कुशवाहा भी मौजूद थे। विवेक मिश्र ने अपनी कहानी पाठ भी किया।
हिंदी भवन सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में कवि- कथाकार विवेक मिश्र की कृति “हनियां तथा अन्य कहानियां” का लोकार्पण वरिष्ठ कथाकार हिमांशु जोशी और दिल्ली विधान सभा उपाध्यक्ष अमरीश सिंह गौतम ने 21मार्च को किया।
विवेक मिश्र के रचनाकर्म और कहानियों पर बोलते हुए कहा कि लेखक के रूप में प्रस्तुत कहानियां साहित्य का हिस्सा तो हैं ही, इन कहानियों में जीवन दर्शन भी समाहित है। डाँ हरीश नवल ने विवेक की कहानियों के अंत को पाठकों के लिये चिंतन बिंदु देने वाला बताया। डाँ अरुण प्रकाश ढौंढियाल ने विवेक की कहानियों में परंपरा, आंचलिकता के साथ शहरी जीवन की विषमताओं को अभिव्यक्त करने वाला कहा। विवेक गौतम ने मिश्र की रचना यात्रा के पड़ावों के साथ उनके संघर्ष के विभिन्न बिंदुओं को रेखांकित किया। चित्रकार वी एस राही, पूर्व निदेशक ज्ञानपीठ दिनेश मिश्र, हिन्दी विद आर के कुशवाहा भी मौजूद थे। विवेक मिश्र ने अपनी कहानी पाठ भी किया।